अंधाधुंध रफ्तार पर नहीं कोई अंकुश, एक्सीडेंट पाइंट बना मध्य प्रदेश का अंतिम चौराहा
लेदी चौराहे पर गतिरोधक के अभाव में लगातार हो रहे गंभीर सड़क हादसे

नाहर टाइम्स@संधारा (प्रतीक बाफना)। भानपुरा से झालावाड़ तथा भवानीमंडी से रामगंजमंडी को जोड़ने वाला मध्यप्रदेश का संभवतः अंतिम महत्वपूर्ण चौराहा गतिरोधक के अभाव में इन दिनों खतरनाक एक्सीडेंट पाइंट बन चुका है। उक्त मार्ग पर स्पीड ब्रेकर नही होने के कारण अंधाधुंध गति से दौड़ती वाहनों की रफ्तार हर दिन सड़क हादसों का कारण बन रही है। आश्चर्य इस बात का है कि इस ख़तरनाक हकीकत से जिम्मेदार अभी तक अनजान है।
सड़क सुरक्षा को लेकर जिम्मेदारों के तमाम दावे ग्राम संधारा से 5 किलोमीटर दूर स्थित लेदी चौराहे पर उस वक्त दिखावा साबित होते नजर आते हैं। जब प्रदेश के अतिव्यस्ततम अंतिम चौराहे पर स्पीड ब्रेकर के अभाव में वाहन हर दिन भीषण दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं। वैसे तो उक्त चौराहा मध्य प्रदेश सरकार का प्रमुख सड़क मार्ग है जो तीनों तरफ से राजस्थान से जुड़ता है। वहीं इस चौराहे से चंद किलोमीटर दूर से ही दिल्ली – मुंबई एड लेन एक्सप्रेस-वे निकला है। समीप में ही देश का सबसे बड़ा एड लेने होने तथा अंतर्राज्यीय मार्ग होने के कारण यहां से प्रतिदिन वाहनों का भी बड़ी मात्रा में आवागमन होता है। मध्यप्रदेश राज्य के अंतर्गत होने के कारण इस चौराहे पर सड़क सुरक्षा की जिम्मेदारी भानपुरा यातायात विभाग एवं परिवहन विभाग के अंतर्गत आती है किंतु जिम्मेदारों की अनदेखी और निष्क्रियता के कारण मार्ग पर सुरक्षा इंतजामों का अभाव बना हुआ है। परिणाम स्वरूप उक्त चौराहा हादसों का झोन साबित हो रहा है।

तत्काल लगाए जाएं स्पीड ब्रेकर और सूचना संकेतक
यहां के दुकानदारों और निवासियों का कहना है कि सड़क पर स्पीड ब्रेकर नहीं है। चारों तरफ से आने वाले वाहनों की रफ्तार बहुत तेज होती है जिन पर अचानक ब्रेक नहीं लगता है। इस कारण आए दिन सड़क हादसे होते हैं। कई बार हमें भी भय रहता है कि किसी हादसे की चपेट में हम नहीं आ जाएं। उन्होंने मांग है कि उक्त मार्ग पर तत्काल स्पीड ब्रेकर व सूचना संकेतक लगाएं जाएं ताकि वाहनों की रफ्तार के साथ सड़क हादसों पर अंकुश लग सके।




