नाबालिग हाथों में वाहन की बेलगाम रफ्तार की चपेट में आने से बाल-बाल बचा मासूम
यातायात विभाग के निकम्मेपन से शहर को आए दिन मिल रही विवादित सौगातें

नाहर टाइम्स@शाजापुर। शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के प्रति यातायात प्रभारी की निष्क्रियता कई प्रकार की अव्यवस्थाओं का कारण बन रही है। शहर को भगवान भरोसे छोड़कर यातायात विभाग वसूली में मस्त है वहीं इसका खामियाजा आम राहगीरों को अकारण की चोंट और विवादित स्थितियों में उलझकर चुकाना पड़ रहा है।
शनिवार को भी नगर के रहवासी क्षेत्र में घटी एक दुर्घटना ने यातायात विभाग की नाकामी को सरेआम उजागर कर दिया। ताजा मामला शहर की कुम्हारवाड़ा घाटी पर घटित हुआ जहां एक नाबालिग के हाथों की बेलगाम तेज रफ्तार का शिकार एक मासूम बन गया और नाबालिग के दुपहिया वाहन की टक्कर से स्कूली बच्चे का दांत टूट गया। नाबालिग लापरवाहीपूर्ण तरीके से वाहन चला रहा था तभी सड़कों पर नरक पालिका की सौगात सीवरेज के गड्ढों से बाइक का संतुलन बिगड़ गया और हादसा हो गया। हादसे के बाद स्कूली बच्चों के परिजनों ने आक्रोश जताया जिससे कुछ समय के लिए विवादित स्थिति भी निर्मित हुई किंतु पुलिस की समझाइश से मामला शांत हो गया। हादसे के पीड़ित के पिता ने बताया कि सीवरेज के गड्डे से यह हादसा हुआ और नाबालिग द्वारा वाहन चलाने के कारण दुर्घटना हुई। यदि यातायात पुलिस का महकमा वसूली के बजाय शहर में बेधड़क दौड़ रहे नाबालिक बच्चों के हाथों में बेलगाम रफ्तार के लिए कोई कदम उठाता तो यह दुर्घटना नहीं होती। वहीं मौके पर मौजूद लोगों ने भी आक्रोश जताते हुए यातायात पुलिस की उदासीनता की आलोचना की। लोगों का कहना था कि शहर में नाबालिक अक्सर वाहन चलाते हुए दिखाई देते हैं, लेकिन ट्रैफिक पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती। वहीं इस मामले ने शहरवासियों को एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हमारे शहर में यातायात नियमों का सही ढंग से पालन करवाया जा रहा है? क्या हमारी ट्रैफिक पुलिस अपनी जिम्मेदारी इमानदारी से निभा रही है”? या फिर मूकदर्शक बनकर शहर में किसी अप्रिय हादसे के घटित होने का इंतजार कर रही है।