आनंद सागर सुरीश्वरजी की रथ यात्रा का नगर में हुआ मंगल प्रवेश
देशभर के 108 प्रमुख शहरों से निकाली जा रही रथ यात्रा पहुंची शाजापुर

नाहर टाइम्स@शाजापुर। जैन शासन के प्रमुख आगम उद्धारक परम पूज्य आचार्य भगवंत श्रीआनंद सागर सुरीश्वरजी महाराज की 150वीं जन्म जयंती के उपलक्ष्य में देशभर के 108 प्रमुख शहरों से निकाली जा रही रथ यात्रा का दिनांक 21 अगस्त को सुबह शाजापुर नगर में मंगल प्रवेश हुआ।
समाज के मीडिया प्रभारी मंगल नाहर ने बताया कि मालव गौरव परम पूज्य श्रीनवरत्नसागर सुरीश्वरजी म.सा. के परम शिष्य आचार्य भगवंत विश्वरत्न सागर जी म.सा. की प्रेरणा से गुरुवर आनंदरत्न सागर जी म.सा. की जन्म जयंती के उपलक्ष्य में उक्त रथ यात्रा निकाली जा रही है। जो जयपुर से प्रारंभ होकर संपूर्ण भारतभर के 108 शहरों से होती हुई बुधवार सुबह शाजापुर पहुंची। यह यात्रा शाजापुर नगर में प्रवेश के दौरान स्थानीय कृष्णा टॉकीज चौराहा से प्रारंभ होकर नई सड़क, आजाद चौक व कसेरा बाजार होते हुए ओसवाल सेरी स्थित जैन उपाश्रय पहुंचकर धर्म सभा के रूप में संपन्न हुई। जहां पर पूज्य आचार्य आनंद सागर सुरीश्वरजी द्वारा जैन शासन के ऊपर किए गए उपकारों का उल्लेख करते हुए मध्य प्रदेश नवरत्न परिवार के व्यवस्थापक राजेश जैन नलखेड़ा तथा विधिकारक अमित जैन अकोदिया द्वारा उद्बोधन दिया गया। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार वैष्णव संप्रदाय में भागवत गीता एवं मुस्लिम संप्रदाय में कुरान का महत्व है उसी प्रकार जिन शासन में आगम ग्रंथों का मुख्य महत्व है। आगम के 45 ग्रंथों में जैन शासन का सम्पूर्ण संसार समाहित है। इस दौरान पधारे हुए सभी आगंतुक अतिथियों का श्री आदेश्वर जैन मूर्ति पूजक ट्रस्ट द्वारा बहुमान किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से समाज के अध्यक्ष लोकेंद्र नारेलिया, सचिव सपन जैन, कोषाध्यक्ष प्रतीक जैन, वरिष्ठ समाजसेवी नरेंद्र कोठारी, सुरेश जैन, विनोद जैन, अनिल गोलेछा, महेश जैन, मनोज गोलेछा, आशुतोष चोपड़ा, अजय जैन, प्रेम बढेरा तथा राहुल जैन सहित अन्य समाजजन उपस्थित रहे। नवरत्न परिवार शाजापुर इकाई अध्यक्ष मनीष जैन ने बताया कि यात्रा शाजापुर का भ्रमण करने के पश्चात श्री पार्श्वनाथ जैन तीर्थ मक्षी के लिए रवाना हुई। इसका समापन दिनांक 25 अगस्त को रतलाम में होगा।