विश्व कल्याण के लिए पहुंचे महाकाल के दरबार
24वें वर्ष निकली जयशिव कावड़ यात्रा, हजारों लोगों ने महादेव को अर्पित किया आस्था का जल

नाहर टाइम्स@शाजापुर। श्रावण माह में एक बार फिर मां राजराजेश्वरी की नगरी महादेव की भक्ति में रंग गई। हर तरफ जयशिव का जयघोष करते भगवा ध्वज लहरा रहे थे, हर हाथों में कावड़ लिए श्रद्धालू महादेव की भक्ति में डूबे नजर आ रहे थे। जिन्होंने नगर से 9 किमी दूर नैनावद स्थित प्रसिद्ध महाकाल मंदिर पहुंचकर महादेव का अभिषेक कर मंगल कामनाएं की।

पिछले 23 वर्षों से नगर से जयशिव कावड़ यात्रा निकाली जा रही है। यह परंपरा इस बार 24 वे वर्ष भी निभाई गई। जिसकी शुरूआत बालवीर हनुमान मंदिर से हुई। जहां भक्तों ने बाबा बालवीर का आशीर्वाद लिया। इसके बाद विधायक अरूण भीमावद व एसपी यशपालसिंह राजपूत द्वारा यात्रा को शुभकामनाओं सहित रवाना किया गया। जिसके बाद कावड़ यात्रा नगर के विभिन्न मार्गों से होती हुई नैनावद पहुंची। जहां-जहां से भी कावड़ यात्री गुजरे नगरवासियों ने पुष्पवर्षा कर ओर महाकाल के जयकारों के साथ कावड़ यात्रियों का स्वागत कर उनका जोश बढ़ाया। यही वजह थी कि तेज बारिश में भी कावड़िए महादेव की भक्ति में नाचते-गाते चलते रहे। जिन्हें देख ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो महादेव के भक्तों का इंद्रदेव भी स्वागत कर रहे हो। केवल कावड़ यात्री ही नहीं बल्कि इस कावड़ यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं भी सिर पर कलश लिए और महाकाल का जयकारा लगाते हुए नैनावद तक शामिल रही और मातृ शक्ति ने भी बाबा महाकाल का अभिषेक कर मंगल कामनाएं की। इस अवसर पर मुख्य रूप से नगर पालिका अध्यक्ष प्रेम जैन, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष प्रदीप चंद्रवंशी, सर्व हिंदू उत्सव समिति अध्यक्ष पं.आशीष नागर, भाजपा नेता रामचंद्र भावसार, किरणसिंह ठाकुर, सुनील गुप्ता, धर्मेंद्र प्रजापति एवं अमित नय्यर सहित बड़ी संख्या में कावड़ यात्री उपस्थित रहे
कांवड़ियों की राह में जमकर बरसाए फूल
स्थानीय वजीरपुरा स्थित बालवीर हनुमान मंदिर से प्रारंभ होकर जय शिव कावड़ यात्रा नगर के विभिन्न प्रमुख मार्गों धान मंडी चौराहा, किला रोड़, आजाद चौक, सोमवारिया बाजार, मगरिया, टेंशन चौराहा, फव्वारा चौराहा, पॉइंट चौराहा व लालघाटी होते हुए नैनावद के लिए रवाना हुई। इस दौरान कावड़ यात्रा मार्ग पर कावड़ियों का विभिन्न सामाजिक व राजनीतिक संगठनों द्वारा फूल बरसाकर ऐतिहासिक स्वागत किया गया।
21 वर्षों तक उज्जैन, अब नैनावद में होता है अभिषेक
यात्रा संयोजक पं.संतोष जोशी ने वर्ष 2001 में यात्रा की शुरूआत की थी। जिन्होंने जिले के विकास, भ्रष्टाचार मुक्त भारत, अच्छी वर्षा की कामना को लेकर 21 वर्षों तक पैदल उज्जैन पहुंचकर महाकाल का अभिषेक करने का प्रण लिया था। साथ ही कोरोना काल में भी इस प्रण को भरपूर आस्था के साथ पूरा किया। इसके बाद नगर पालिका उपाध्यक्ष बनने के बाद पं.जोशी ने 22वें वर्ष भी कावड़ यात्रा उज्जैन तक निकालकर महादेव का आभार व्यक्त किया। इसके बाद कांवड़ यात्रा निकालने की परंपरा जारी रखते हुए इस यात्रा को नैनावद तक निकालना शुरू किया और इस वर्ष भी नैनावद पहुंचकर पं. संतोष जोशी के नेतृत्व में यह यात्रा नैनावद पहुंची और विश्व कल्याण की कामना से महादेव का अभिषेक व पूजन किया गया।