दोगुना जोश और सौ गुना उत्साह के साथ सड़कों पर उतरे राम के सेवक
धर्म के प्रकाश को शाजापुर में राम जी की सेना चली...

नाहर टाइम्स@शाजापुर। मेरा गांव – मेरी अयोध्या, हर घर राम – घर-घर राम…ये उत्साहवर्धक पंक्तियां भले लिखी पूरे देश के लिए गई थी लेकिन वास्तविक रूप में साकार शाजापुर में उस वक्त होती नजर आई जब सोमवार को हुई पथराव की घटना के अगले दिन दोगुना जोश और सौ गुना उत्साह के साथ हजारों राम भक्तों की सेना श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की अलख जगाने शहर की सड़कों पर उतर पड़ी।
अजब शाजापुर – गजब शाजापुर और पत्थरबाजी में कश्मीर से भी आगे शाजापुर। कतिपय असामाजिक तत्वों की विघ्न संतोषी मानसिकता के कारण अनावश्यक उपद्रव, सांप्रदायिक तनाव, शांत फिजाओं में अशांति के दंश को बार-बार झेलने पर मजबूर शाजापुर शहर पर एक बार फिर पथराव का कलंक सोमवार को लग गया। शहर के माथे इस बार यह कलंक जिस मंगलमय शुभ कार्य की सेवा के दौरान लगा वह जन-जन के आराध्य श्री राम के उनकी अयोध्या में आगमन की तैयारियों के उत्साह को बिगाड़ने वाला साबित हो रहा था लेकिन श्री राम भक्त हिंदू वीरों ने अपने जोश, जिंदादिली और उत्साह से जिस दिलेरी के साथ बिना देर किए उस कलंक को राम नाम की शक्ति से मिटाने का काम किया उसने “मेरे शाजापुर को मेरी अयोध्या” के रूप में बदल डाला। सोमवार को श्री राम सांय फेरी को रोकने के बाद हुए पथराव से भले ही शहर के हालात तनावपूर्ण हो गए हों पर हिंदू समाज के राम काज में तनिक भी कमीं देखने को नहीं मिली। अगले दिन ही हिंदू समाज द्वारा अपनी नियमित सेवा संचालित करते हुए शहर के प्रमुख मार्गों से श्री राम कीर्तन यात्रा श्री राम के जयकारों के साथ धूमधाम सहित निकाली। पथराव झेलने के बावजूद अपने आराध्य के आगमन की तैयारियों का उत्साह बनाए रखने के लिए शांति, सद्भाव और अनुशासन का परिचय देते हुए जब रामभक्तों का सैलाब रात को सड़को पर उमड़ा तो शहर की फिजाएं सारे तनाव भूलकर राममय होती दिखाई दी। मंगलवार को नगर के विभिन्न प्रमुख मार्गों से होकर श्री राजराजेश्वरी माता मंदिर तक निकली श्री राम कीर्तन यात्रा ने अयोध्या महोत्सव की तैयारियों में सौ गुना उत्साह उत्पन्न करने का काम कर दिया। जिसमें मौजूद रामभक्तों की सज्जन शक्ति संगठन से समाज में भी उत्साह बढ़ता नजर आया।