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पटाखा बाजार दूर लगाने पर नाराज हुए व्यापारी
नगरपालिका पहुंचकर जताया विरोध

शाजापुर@मंगल नाहर। प्रशासन द्वारा शहर से दूर कम भूमि पर पटाखा दुकानें लगाने के फरमान पर व्यापारियों ने नाराजगी जाहिर की और नगरपालिका पहुंचकर विरोध जताया। काफी देर चली चर्चा के बाद नपा प्रशासन ने व्यापारियों के द्वारा बताई गई भूमि पर दुकानें लगाने की बात कही। दीपावली पर्व नजदीक आ चला है ऐसे में आतिशबाजी का बाजार सजाने की तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं।
इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शाजापुर में 14 सितंबर को सभा प्रस्तावित है जिसके चलते प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर पटाखा दुकानें बापू की कुटिया परिसर में लगाने की बजाय दुपाड़ा रोड पर लगाने के निर्देश दिए थे। प्रशासन के इस फैसले से पटाखा व्यापारियों में असंतोष फैल गया और उन्होने सोमवार को नगरपालिका पहुंचकर विरोध जताया। पटाखा व्यापारियों का कहना था कि दुपाड़ा रोड जो भूमि दुकानें लगाने के लिए दी जा रही है वह शहर से काफी दूर है, जिसकी वजह से वहां ग्राहक कम ही आएंगे। इसीके साथ भूमि का क्षेत्रफल भी कम है जिससे अन्य व्यापारियों की दुकानें नही लग सकेंगी और उन्हे आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। नपा में काफी देेर चली बहस के बाद प्रशासन ने लालघाटी पर बिजली कंपनी कार्यालय के सामने वाले ऐरिया में पड़ी निजी भूमि पर पटाखा दुकानें लगाने की अनुमति देकर मामला शांत कराया।
शहर से दूरी और कम भूमि बनी नाराजगी
उल्लेखनीय है कि दीपावली पर्व पर शहर में पारंपरिक ढंग से बापू की कुटिया के समीप पटाखा बाजार लगाया जाता है, जिसको लेकर प्रशासन ने 100 व्यापारियों को लायसेंस जारी किए हैं। वहीं इस बार चुनावी दौर होने के कारण बापू की कुटिया के समीप देश के प्रधानमंत्री की सभा प्रस्तावित है जिसके तहत प्रशासन ने पटाखा दुकानें दुपाड़ा रोड पर लगाने का निर्णय लिया। प्रशासन के इस निर्णय पर पटाखा व्यापारियों ने नाराजगी जताई। व्यापारियों का कहना था कि दुपाड़ा रोड पर जो भूमि आवंटित की गई वह शहर से काफी दूर होने के साथ ही कम है। प्रशासन ने 100 पटाखा दुकानों के लायसेंस जारी किए हैं, जबकि आवंटित की गई भूमि में महज 50 ही दुकानें लग सकेंगी। इसी बात को लेकर नगरपालिका पहुंचकर विरोध जताया गया। विरोध के बाद जिम्मेदारों ने लालघाटी पर निजी भूमि में पटाखा दुकानें लगाने की स्वीकृति दी जिसके बाद मामला शांत हुआ।
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शहर से दूरी और कम भूमि बनी नाराजगी
उल्लेखनीय है कि दीपावली पर्व पर शहर में पारंपरिक ढंग से बापू की कुटिया के समीप पटाखा बाजार लगाया जाता है, जिसको लेकर प्रशासन ने 100 व्यापारियों को लायसेंस जारी किए हैं। वहीं इस बार चुनावी दौर होने के कारण बापू की कुटिया के समीप देश के प्रधानमंत्री की सभा प्रस्तावित है जिसके तहत प्रशासन ने पटाखा दुकानें दुपाड़ा रोड पर लगाने का निर्णय लिया। प्रशासन के इस निर्णय पर पटाखा व्यापारियों ने नाराजगी जताई। व्यापारियों का कहना था कि दुपाड़ा रोड पर जो भूमि आवंटित की गई वह शहर से काफी दूर होने के साथ ही कम है। प्रशासन ने 100 पटाखा दुकानों के लायसेंस जारी किए हैं, जबकि आवंटित की गई भूमि में महज 50 ही दुकानें लग सकेंगी। इसी बात को लेकर नगरपालिका पहुंचकर विरोध जताया गया। विरोध के बाद जिम्मेदारों ने लालघाटी पर निजी भूमि में पटाखा दुकानें लगाने की स्वीकृति दी जिसके बाद मामला शांत हुआ।
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