वीरमणि तीर्थ धाम पर होगा भव्य गुरु मंदिर का निर्माण
स्थल निरीक्षण के साथ तय हुई गुरू मंदिर निर्माण की रूपरेखा

नाहर टाइम्स@शाजापुर। जिन अनंत उपकारी महान् जैनाचार्य ने शाजापुर की धन्यधरा को एक नहीं बल्कि दो अलौकिक जैन मंदिरों की अमर सौगात देकर पावन बनाया। अब गुरूदेव के भक्तों द्वारा उनकी ही स्वप्नस्थली वीरमणि महातीर्थ धाम पर भव्य गुरु मंदिर का निर्माण करके उनकी स्मृति को अमर बनाने की तैयारी की जा रही है।
उक्त जानकारी देते हुए तीर्थ सेवा समिति प्रमुख मंगल नाहर ने बताया कि परम उपकारी सिद्ध वचनधारी पूज्य जैनाचार्य श्रीमद्विजय वीररत्न सुरीश्वरजी महाराजा द्वारा वर्ष 2011 में शाजापुर नगर की हृदय स्थली ओसवालसेरी स्थित मुख्य जैन मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया गया था। इसके उपरांत वर्ष 2023 में गुरुदेव के पावन निश्रा में लालघाटी स्थित श्री सिद्धाचल वीरमणि महातीर्थ धाम का निर्माण एवं भव्य प्रतिष्ठा महोत्सव सम्पन्न हुआ था। अपने जीवनकाल में 281 जैन मंदिरों, आराधना भवनों एवं उपाश्रयों सहित शाजापुर नगर को ऐसे दो भव्य जिनालयों की सौगात देने वाले गुरुदेव का 14 जुलाई 2023 को अस्वस्थता के कारण देवलोकगमन हो गया था। गुरुदेव के देवलोकगमन उपरांत उनके अनंत उपकारों से सदैव लाभान्वित रही शाजापुर नगरी में उनकी स्मृति स्वरूप गुरु मंदिर निर्माण करने के लिए शाजापुर के गुरूभक्तों द्वारा विचार किया गया और इसीके अनुरूप पूज्य जैनाचार्य श्रीमद्विजय पद्मभूषण सुरीश्वरजी एवं पन्यास प्रवर पूज्य श्री ऋषभरत्न विजयजी म.सा.से विनंति के साथ निरंतर प्रयास किए गए। गुरूभक्तों की भावना को देखते हुए पूज्य जैनाचार्य व पन्यास प्रवर मुनिराज द्वारा मंदिर निर्माता सत्यप्रकाशजी सोमपुरा को उक्त योजना से अवगत करवाते हुए शाजापुर में गुरु मंदिर निर्माण स्थल निरीक्षण हेतु निर्देश दिए। जिसके अंतर्गत बुधवार को श्री सोमपुरा ने वीरमणि जैन तीर्थ लालघाटी पर पहुंचकर तीर्थ धाम के प्रमुख ट्रस्टीगणों लोकेंद्र नारेलिया, सुनील नाहर एवं मनोज गोलछा के साथ गुरु मंदिर निर्माण स्थल का निरीक्षण किया साथ ही मंदिर निर्माण संबंधी समस्त रूपरेखा पर विचार विमर्श किया। प्रमुख ट्रस्टी सुनील नाहर ने बताया कि अल्प समय में नगर के लिए अलौकिक धार्मिक धरोहर के रूप में जन-जन की आस्था का केंद्र बन चुके वीरमणि तीर्थ धाम की पुण्य भूमि पर पूज्य जैनाचार्य श्रीमद्विजय वीररत्न सुरीश्वरजी महाराजा का शीघ्र भव्य गुरु मंदिर बनकर तैयार होगा। जिसके लिए आवश्यक तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है।




