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कुत्तों को हटा नहीं पा रहे लेकिन शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे नगर पालिका वाले
शहर में कुत्तों के आतंक से त्रस्त युवक ने सीएम हेल्प लाइन पर की शिकायत

नाहर टाइम्स@शाजापुर। एक तरफ शहर में लगातार बढ़ती खूंखार श्वानों की संख्या आम लोगों के जीवन पर संकट का कारण बन रही है वहीं दूसरी तरफ इस गंभीर समस्या का उचित समाधान करने के बजाय नगर पालिका के जिम्मेदार श्वानों से त्रस्त आम लोगों को समझाइश देकर अपने कर्तव्य की बखूबी इति श्री कर रहे हैं।

गौरतलब है कि इन दिनों शाजापुर नगर की पहचान यहां की पुरानी धरोहरों के स्थान पर शहर में खुलेआम घूमते आवारा श्वानों की खूंखार गतिविधियों से नीत – नई प्रसिद्धि पा रही है। जिनके हर दिन बढ़ते आतंक से हर कोई दहशत में है और ये जानवर आए दिन किसी न किसी को अपना शिकार बना रहे हैं।आम लोगों के साथ छोटे गोवंश भी इनका शिकार बन रहे हैं। बावजूद इसके नगर पालिका के जिम्मेदार शहर की इस बेहद गंभीर समस्या का उचित समाधान करने के बजाय कुंभकर्णी नींद में लापरवाही की चादर ताने सोए हुए हैं और जब उन्हें जगाने के लिए शहरवासी द्वारा सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से समस्या का समाधान करने की पहल की जा रही है तो नगर पालिका के कर्णधार समस्या का समाधान करने के स्थान पर उससे अपनी शिकायत वापस लेने का अनुचित दबाव बना रहे हैं। इस मामले में शिकायतकर्ता कसेरा बाजार निवासी मनीष कसेरा ने बताया कि 5 से 6 माह पूर्व नगर के किला रोड़ पर उनकी 11 वर्षीय बालिका को श्वानों ने काट लिया था, जिसके बाद उन्होंने उसका उपचार तो करवा दिया लेकिन शहर में बढ़ती श्वानों की समस्या को लेकर नगर पालिका के जिम्मेदारों को जगाने के लिए सीएम हेल्पलाइन नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए सुधार की मांग की। इस पर हुआ यह कि नगर पालिका ने शहर से श्वानों को हटाने के बजाय शिकायतकर्ता कसेरा पर ही शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। उन्हें प्रतिदिन फोन लगाकर शिकायत वापस लेने के लिए परेशान किया जाने लगा। जिससे तंग आकर कसेरा ने समस्या का ठोस समाधान न होने तक शिकायत वापस लेने से साफ इनकार कर दिया। नगर पालिका की इस अनूठी कार्यप्रणाली से यह बात स्पष्ट होती नजर आ रही है कि जन समस्या का समाधान करने से अधिक जिम्मेदार समस्या बताने वाले का समाधान करने पर विश्वास रखते हैं।
आवारा श्वानों ने हमला कर 6 लोगों को किया घायल, एक सप्ताह में 53 को बनाया शिकार
शहर सहित ग्रामीण अंचलों में आवारा श्वान लंबे समय से कहर बरपा रहे हैं और यह सबसे ज्यादा बच्चों को निशाना बना रहे हैं। आवारा श्वानों के कहर के आंकड़ों पर यदि नजर डाली जाई तो प्रतिदिन 7 से 8 लोग श्वानों के काटने पर अस्पताल जाने को मजबूर हैं। मंगलवार को भी जिला अस्पताल में दोपहर 12 बजे तक आवारा श्वान काटे के छह मरीज पहुंचे। महूपुरा जाटव बाखल निवासी सुरेश अहिरवार ने बताया कि उसके चार वर्षीय पुत्र शिवांश को आवारा श्वान ने काट लिया था जिसके कारण उसका शाजापुर में उपचार कराया गया। इसी तरह शहरी और ग्रामीण अंचलों के अन्य लोग श्वानों के काटने पर उपचार हेतु अस्पताल पहुंचे जिनका टीकाकरण किया गया। अस्पताल से मिले आंकड़ों के अनुसार एक सप्ताह में आवारा श्वानों के काटने से पीडि़त करीब 53 लोग इलाज के लिए आएं हैं जिनमें बच्चों की संख्या ज्यादा है।

सुबह के समय झूंड बनाकर घूम रहे श्वान
उल्लेखनीय है कि शहरी क्षेत्र में आवारा श्वानों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। खासकर सुबह के समय के यह श्वान झूंड बनाकर सडक़ों पर घूम रहे हैं। ऐसे में सुबह के समय स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों को सबसे ज्यादा खतरा बना हुआ है, क्योंकि यह श्वान स्कूली बच्चों पर हमला कर उन्हे अपना शिकार बना रहे हैं। कई बार जिम्मेदारों को आवारा श्वानों के आतंक पर नकेल कसने को लेकर शिकायत की जा चुकी है, लेकिन समस्या को अब तक भी हल नही किया गया है।
– शिकायतकर्ता का कहना है
जिम्मेदारों से समस्या का ठोस हल नहीं निकलता देख अंततः शिकायतकर्ता ने सीएम हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत क्रमांक “24567585” के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई कि नगर के पुलिस लाइन के समीप काशी नगर क्षेत्र में शाम के समय अंधेरे में 5 – 7 कुत्ते हर दिन बैठे रहते हैं और वहां से गुजरने वाले बच्चों पर हमला करते हैं। यहां आस-पास कोचिंग इंस्टिट्यूट होने के कारण बच्चों का आना-जाना लगा रहता है इस वजह से बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ता है और परिजनों को चिंता रहती है। नगर पालिका वाले समस्या का समाधान करने का बजे शिकायत वापस लेने पर फोन लगाकर दबाव बना रहे हैं।
– मनीष कसेरा
शिकायतकर्ता शाजापुर।