पर्युषण पर्व समापन पर श्रावक को यथा शक्ति निभाना चाहिए श्रावक कर्त्तव्य – साध्वी भाग्ययशा श्रीजी
पर्वाधिराज पर्युषण पर्व समापन पर भानपुरा में निकाली गई भव्य चैत्य परिपाटी

नाहर टाइम्स@भानपुरा। धर्म का क्षैत्र अथाह महासागर समान अत्यंत विशाल है, जिसके हर हिस्से को छू पाने का प्रयत्न ही अनुमोदनीय है। फिर भी प्रत्येक श्रावक का कर्त्तव्य है कि पर्वाधिराज पर्युषण पर्व के समापन के बाद अपनी आत्मा के कल्याण के लिए उजमना करे यानि चेत्य परिपाटी व स्वामी वात्सल्य करें। आज के आयोजन का लाभार्थी परिवार निश्चित पुण्यशाली है जिसे यह कर्तव्य निभाने का शुभ अवसर मिला।
उक्त आशीर्वचन परम पूज्य जैन साध्वी भाग्ययशा श्रीजी म.सा. ने 15 सितम्बर रविवार को नगर की श्री जिन कुशलसुरी दादावाड़ी में आयोजित विशाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए कही। इस मौके पर साध्वी श्री ने कहा कि कर्मों के बंधनों से मुक्त होकर आत्मा को जाग्रत करें उससे अगला भव सुधरेगा। मानव को सम्पूर्ण पुरुषार्थ आत्मा के कल्याण के लिए लगाना चाहिए और अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। धार्मिक कार्यो में लगाया गया धन आपके जीवन का कल्याण करेगा ओर साथ ही आपका अगला जीवन (भव) भी सुधारेगा। धर्म सभा को शतावधानी तप आराधिका साध्वी नम्रयशा श्रीजी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर श्री जयानंद पाठशाला के बालक – बालिकाओं ने जैन धर्म के प्रमुख आराधकों का जीवंत अभिनय किया। जिसकी सभी ने मुक्तकंठ से सराहना की। सभी अभिनय करने वाले बालक – बालिकाओं का आयोजन के लाभार्थी वरिष्ठ अभिभाषक गौतम कुमार, गौरव कुमार, सोरभ कुमार बाफना परिवार की ओर से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से भानपुरा जैन श्रीसंघ अध्यक्ष अशोक गोखरू, रामगंजमंडी पुर्व नगरपालिका अध्यक्ष हुकुमचंद बाफना, वरिष्ठ अभिभाषक विजय कुमार छाजेड़़, पूर्व भानपुरा जैन श्रीसंघ अध्यक्ष अनिल बाफना, वरिष्ठ पत्रकार अनिल नाहर, वरिष्ठ समाजसेवी पारस बाफना, भवानीमंडी जैन श्रीसंघ कोषाध्यक्ष महावीर बाफना, प्रकाश गांग, डा. पारस नाहर तथा सुभाष भंडारी सहित बड़ी संख्या में समस्त समाजजन उपस्थित थे।

चल समारोह में बड़ी संख्या में शामिल हुए समाजजन
पत्रकार प्रतीक बाफना ने बताया कि आयोजन के अंतर्गत चल समारोह निकालकर सभी जैन मंदिरों के दर्शन किए गए व चेत्यवदंन किया गया। समापन पर चेत्य परिपाटी जिन कुशल सुरी दादावाड़ी पहुंची वहां दादा गुरु देव की पुजा – अर्चना की गई व दादा गुरुदेव इकतीसा का पाठ किया गया। समापन पर श्री संघ का स्वामी वात्सल्य हुआ। चेत्य परिपाटी व स्वामी वात्सल्य के लाभार्थी गोतम कुमार, गौरव कुमार, सोरभ कुमार बाफना परिवार रहे। इस दौरान गौतम बाफना ने सभी का आभार व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि भानपुरा श्री संघ में यह पहला अवसर है जब पर्व के समापन पर नगर के मुख्य मार्गों से यह चैत्य परिपाटी निकाली गई जिसमें स्थान – स्थान पर परम पूज्य साध्वी भाग्ययशा श्रीजी साध्वी मण्डल की वंदना की गई। समस्त कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।
