जमकर चला मोदी का जादू, जिले की तीनों विधानसभा में लहराया भगवा
शाजापुर में एतिहासिक कांटे की टक्कर तो शुजालपुर और कालापीपल में हुई एक तरफा जीत

नाहर टाइम्स@शाजापुर। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के अंतर्गत रविवार को संपन्न हुई मतगणना प्रक्रिया के घोषित परिणामों के अनुसार जिले की तीनों विधानसभा शाजापुर, शुजालपुर और कालापीपल में भाजपा ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल कर भगवा लहरा दिया है। जिसका जश्न भाजपाईयों ने जोरदार आतिशबाजी के साथ मनाया।
उल्लेखनीय है कि जिले की शुजालपुर तथा कालापीपल विधानसभा में एक तरफा जीत हासिल करने के बाद शाजापुर विधानसभा में कांटे की हुई टक्कर के बीच प्रधानमंत्री मोदी का जबरदस्त जादू चलता हुआ नजर आया और ऐतिहासिक घटनाक्रम के उपरांत शाजापुर विधानसभा पर भी भाजपा ने अपना कब्जा जमा लिया। शाजापुर विधानसभा में भाजपा उम्मीदवार अरुण भीमावद ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी तथा कांग्रेस के दिग्गज नेता हुकुमसिंह कराड़ा को कांटे की टक्कर के बीच मात्र 28 मतों से पराजित किया। 20 राउंड के अंतर्गत हुई मतगणना में पहले ही राउंड से शुरू हुई भाजपा की बढ़त अंतिम राउंड तक बरकरार रही। बीच में के राउंड में कांग्रेस ने भी बढ़त बनाई जिसने स्थिति को कांटे की टक्कर का बना दिया। हालत यह बन गए की अंतिम फैसला डाक मत पत्रों पर टिक गया और महज 2 हजार डाक मत पत्रों ने दो लाख से अधिक मतदाताओं द्वारा किए गए मतदान का फैसला तय किया। अंतिम निर्णय के अनुसार भाजपा प्रत्याशी अरुण भीमावद को कुल 98 हजार 960 मत प्राप्त हुए वही कांग्रेस उम्मीदवार हुकुमसिंह कराड़ा को 98 हजार 932 मतों से संतोष करना पड़ा। इस आधार पर 28 मतों से भाजपा प्रत्याशी अरुण भीमावद को विजय घोषित किया गया। इसके पूर्व डाक मत पत्रों की गणना के अनुसार भाजपा प्रत्याशी अरुण भीमावद को मात्र 7 मतों से विजय घोषित किया गया था। जिसकी घोषणा होते ही मतगणना स्थल से कुछ दूरी पर कुछ असामाजिक तत्वों ने जमकर उत्पात मचा दिया और पथराव के साथ गाड़ियों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। जिन्हें काबू करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करने के साथ आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। करीब आधा घंटा चले इस हंगामे के बाद पुलिस ने स्थिति को काबू कर लिया और मामला शांत हो गया। इसके बाद कांग्रेस उम्मीदवार कराड़ा द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर डाक मत पत्रों की पुनर्गणना की गई। जिसमें अंतिम निर्णय के अनुसार भाजपा प्रत्याशी अरुण भीमावद कल 28 मतों से विजय घोषित किए गए। शाजापुर के इतिहास में पहली बार हुए इस तरह के विधानसभा चुनाव ने एक नया अध्याय लिख दिया जिसमें हजारों – लाखों से जीत हासिल करने वाले राजनीतिक दल मात्र इकाई और दहाई के आंकड़े तक सिमट कर रह गए। शुजालपुर विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी इंदरसिंह परमार को 96 हजार 54 मत प्राप्त हुए वहीं कांग्रेस उम्मीदवार रामवीरसिंह सिकरवार को 82 हजार 394 मत ही मिले। इस आधार पर शुजालपुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी श्री परमार 13 हजार 660 मतों से विजय हुए। कालापीपल विधानसभा में भी मुकाबला एक तरफा ही रहा और यहां भी भाजपा प्रत्याशी घनश्याम चंद्रवंशी ने पूर्व विधायक कांग्रेस उम्मीदवार कुणाल चौधरी को 11 हजार 765 मतों से करारी शिकस्त देकर घर वापसी करवा दी। विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 169 कालापीपल के लिए संपन्न हुई मतगणना में भारतीय जनता पार्टी के घनश्याम चन्द्रवंशी ने 98 हजार 216 मत प्राप्त कर विजय हासिल की। कुणाल चौधरी को 86 हजार 451 मत प्राप्त हुए। तीनों विधानसभा में भाजपा की इस तरह जीत ने साबित कर दिया कि देश – प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू लोगों के सर चढ़कर बोल रहा है।
कराड़ा को भीमावद ने दूसरी बार दी शिकस्त
उल्लेखनीय है कि शाजापुर विधानसभा कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है और यहां कराड़ा के किले को भेदने में भाजपा के कई प्रत्याशी नाकाम हो चुके हैं, लेकिन भाजपा प्रत्याशी अरूण भीमावद एक मात्र ऐसे प्रत्याशी हैं जिन्होने कराड़ा को दो बार शिकस्त दी है। वर्ष 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में अरूण भीमावद ने हुकुमसिंह कराड़ा को पराजित किया था। इसके बाद 2023 के विधानसभा चुनाव में भीमावद ने एक बार फिर से कराड़ा को हराने का खिताब अपने नाम कर लिया है। भाजपा के भीमावद को जीत मिलने पर कांग्रेसियों में मायूसी है, जबकि भाजपाई खुलकर जश्र में डूबे हुए हैं। सूत्रों की मानें तो भीमावद को इस बार मंत्री मंडल में जगह मिलने की पूरी संभावना है।
भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में पत्थरबाजी, पांच घायल
शाजापुर विधानसभा में कांग्रेस और भाजपा में कांटे की टक्कर रही, जिसके चलते दोनों ही दल के प्रत्याशियों के बीच प्रत्येक राउंड में मतगणना के दौरान आए परिणामों में उतार-चढ़ाव बना रहा। अंत में बढ़त का आंकड़ा कम होता चला गया और भाजपा के भीमावद कांग्रेस के कराड़ा से 81 वोटों से आगे निकल गए। इसके बाद जीत का दारोमदार डाक मत पत्रों पर जा टिका। मत पत्रों की गिनती होने पर भाजपा प्रत्याशी भीमावद 28 वोटों से विजयी घोषित कर दिए गए। भाजपा की इस जीत के बाद आईटीआई कालेज के बाहर खड़े कांग्रेस और भाजपा समर्थक आमने-सामने हो गए। इस दौरान दोनों ही दल के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर जमकर पत्थर बरसाएं। वहीं रोड किनारे खड़े वाहनों में तोडफ़ोड़ भी की गई। घटना में करीब पांच लोग घायल हो गए। इधर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठियां भांजी और अश्रु गैस के गोले भी दागे।