100 आयंबिल तप आराधना के साथ हुआ पचरंगी तप महोत्सव का समापन
नगर में धार्मिक भक्ति भाव सहित मनाया गया 125 वां आनन्द जन्मोत्सव

नाहर टाइम्स@शाजापुर। शाजापुर स्थानकवासी जैन श्रीसंघ के तत्वावधान में आचार्य सम्राट पू. श्री आनन्द ऋषिजी म.सा का 125वां जन्मोत्सव अत्यंत भक्तिभाव सहित मनाया गया। इस दौरान नगर के कसेरा बाजार स्थित रसिकलाल मा. धारीवाल पोरवाल स्थानक भवन में विराजित दक्षिण ज्योति पूज्य साध्वी डॉ.आदर्श ज्योतिश्रीजी म.सा के पावन सानिध्य में आयोजित पांच दिवसीय पचरंगी तप महोत्सव का समापन हुआ।
पचरंगी महोत्सव के प्रथम दिवस समवशरण 51 हजार नवकार जाप में श्रद्धालु भाई/बहनों ने बड़ी आस्था के साथ जाप किया वहीं द्वितीय दिवस को दान दिवस के रूप में मनाया गया। जिसमें जन – जन के उपयोग की वस्तुओं को अभावग्रस्त बन्धुओं में वितरित किया गया। तृतीय दिवस गुरु भक्ति का आयोजन किया गया। जिसमें नन्हें-मुन्ने बाल-गोपाल और महिलाओं ने अपनी सुन्दर प्रस्तुतियां प्रदान की। इस दौरान जैन युवा परिषद की सुन्दर व्यवस्था रही और कार्यक्रम अति सुचाक रूप से सम्पन्न हुआ। चतुर्थ दिवस में इन्दौर से अर्हं विज्ज ट्रेनर भाई विशाल जैन का मोटिवेशन स्पीच आयोजित हुआ। जिसमें बच्चों के बिगड़ने में माता – पिता की क्या भूमिका है। विषय पर स्पीच दी गई। कार्यक्रम के मुख्य शिखर दिवस गुरु आनन्द जन्मोत्सव पर गुणानुवाद का आयोजन सुबह प्रवचन के दौरान हुआ। इस मौके पर साध्वीश्री डॉ.रजत ज्योतिजी म.सा. द्वारा सुन्दर भजन की प्रस्तुति दी गई। उसके पश्चात महिलाओं द्वारा भी सुन्दर भजन की प्रस्तुति दी गई। साध्वी डॉ. आत्म ज्योतिश्रीजी म.सा. ने आनन्दऋषिजी के जीवन पर प्रकाश डाला वहीं दक्षिण ज्योति डॉ.आदर्श ज्योति श्रीजी ने आचार्य भगवन् के अनेक गुणों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आचार्य श्री के जीवन में कभी क्रोध नहीं झलका। पूरे श्रमण संथ का नेतृत्व करना आसान नहीं है। श्रमण संघ का सौभाग्य है कि हमें आचार्यश्री का भरपूर आशीर्वाद मिला। इस अवसर पर नगर सहित इन्दौर के विभिन्न क्षेत्रों से भी भाई/बहन उपस्थित हुए। सोमवार को 25 भाई/बहनो की पंचरंगी तपस्या के साथ-साथ 100 से अधिक आयंबिल तप की तपस्या भी सम्पन्न हुई। जिसके लाभार्थी विरेंद्र कुमार इंदरमल जैन परिवार रहे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।