तीर्थ धाम की गरीमा से खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं
सोशल मीडिया पर रील अपलोड करने पर थाने में दिया आवेदन

नाहर टाइम्स@शाजापुर। के लालघाटी स्थित श्री सिद्धाचल वीरमणि तीर्थ धाम जैन मंदिर पर बिना अनुमति विडियो रील बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करने का मामला प्रकाश में आया है। जिसके बाद तीर्थधाम ट्रस्ट मंडल तथा सेवा समिति द्वारा तत्काल प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए थाने पर आवेदन देकर इस संबंध में उचित कार्रवाई की मांग की गई है।
तीर्थ सेवा समिति प्रमुख मंगल नाहर ने बताया कि बीते दिनों किसी शादी समारोह के दौरान तीर्थधाम पर आए कुछ लोगों द्वारा मंदिर के चौकीदार से दर्शन करने एवं मंदिर के बाहर फोटो लेने की बात कही गई। जिस पर चौकीदार मंदिर में दर्शन और बाहर फोटो की सहमति जताकर अपने अन्य कार्य में व्यस्त हो गया। इसी दौरान संबंधितों द्वारा बिना अनुमति के तीर्थ परिसर में वेडिंग विडियो रील बना ली, जिसकी कोई जानकारी चोकीदार अथवा अन्य किसी को नहीं दी गई। इसके कुछ समय बाद उक्त रील सोशल मीडिया पर अपलोड हुई। जिसकी जानकारी गत दिनों तीर्थ धाम ट्रस्ट मंडल और तीर्थ सेवा समिति को प्राप्त हुई। बिना अनुमति वेडिंग रील बनाने और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड करने के मामले में मंदिर समिति ने अपने स्तर पर तत्काल आवश्यक कदम उठाने के साथ गुरुवार को लालघाटी थाने पर एक लिखित आवेदन थाना प्रभारी को सौंपा। जिसमें उक्त घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए वीडियो रील बनाने के पूर्व अनुमति नहीं लिए जाने व सोशल मीडिया से इसे हटवाने के संबंध में उचित कार्रवाई की मांग की गई। समिति सदस्यों ने बताया कि चूंकि तीर्थ धाम दर्शनों के लिए सभी श्रद्धालुओं हेतु हमेशा खुला रहता है जहां दर्शन के लिए किसी प्रकार की कोई रोक नहीं है। किंतु दर्शन के नाम पर इस प्रकार का घटनाक्रम होना और कुछ लोगों द्वारा बिना हकीकत जाने दुष्प्रचार की नियत से तीर्थ धाम की गरीमा के साथ खिलवाड़ किया जाना कतई बर्दाश्त योग्य नहीं है। इसीके चलते इस विषय पर थाने में लिखित आवेदन दिया गया है।
तीर्थ के प्रति जनआस्था प्रभावित करने वालों के मंसूबे विफल
बगैर अनुमति, बिना जानकारी और अनभिज्ञता के कारण घटित इस घटनाक्रम की आड़ में अपनी स्तरहीन मानसिकता के चलते तीर्थ की गरीमा को खंडित करने वालों ने दुष्प्रचार के साथ इसे सोशल मीडिया पर वायरल करना शुरू कर दिया ताकि तीर्थ धाम के प्रति निरंतर बढ़ रही जन आस्था और छवि को प्रभावित किया जा सके। किंतु तीर्थ की गरीमा और सुरक्षा को लेकर संकल्पबद्ध ट्रस्ट मंडल एवं सेवा समिति ने मामले पर कार्रवाई की पहल करते हुए दुष्प्रचार करने वालों के मंसूबों पर एक बार फिर पूरी ताकत से पानी फेर दिया। साथ ही यह प्रश्न भी भ्रामक जानकारी फैलाने वालों के सामने रख दिया कि यदि विडियो बनाने वालों से किसी का भी कोई संपर्क होता अथवा पर्याप्त जानकारी और अनुमति के साथ वीडियो बनाने की सहमति दी जाती तो फिर कार्रवाई के लिए थाने पर आवेदन क्यों दिया जाता ? इसके बावजूद यह भी स्पष्ट है कि तीर्थ धाम पर कभी भी एसी किसी भी गतिविधि के लिए कोई स्थान नहीं है और ना ही बिना हकीकत जाने तीर्थ के प्रति किसी भी प्रकार के दुष्प्रचार या भ्रामकता फैलाने को कभी बर्दाश्त किया जाएगा।