शाजापुर ने संजो रखी है धर्म संस्कारों की अनमोल विरासत – श्री विश्वरत्न सागरजी
महामांगलिक के लिए जैनाचार्य का नगर में हुआ भव्य मंगल प्रवेश

नाहर टाइम्स@शाजापुर। मालवा की पावन धरती का हर महानगर, शहर, गांव और कस्बा संपूर्ण देश में धर्म और आध्यात्म की उन्नति के साथ सामाजिक सद्भाव की अद्भुत मिसाल है। साधु-संतों के प्रति समर्पण भाव ना केवल समाज बल्कि शहरी सभ्यता की भी पहचान होता है। शाजापुर नगर ने जिस प्रकार धर्म – संस्कारों की विरासत को संजोया हुआ है वो वाकई प्रशंसनीय है।
उक्त आशीर्वचन परम पूज्य जैनाचार्य श्रीविश्वरत्न सागर सुरीश्वरजी ने रविवार सुबह स्थानीय श्रीरत्न-पोरवाल परिसर में आयोजित धर्मसभा में उपस्थितजनों को प्रदान किए। इसके पूर्व जैनाचार्य व अन्य गुरु भगवंत लालघाटी स्थित श्री सिद्धाचल वीरमणि महातीर्थ धाम से विहार करते हुए स्थानीय पॉइंट चौराहा स्थित जीवाजी क्लब पहुंचे। जहां उपस्थित समाजजनों ने उनकी भव्य अगुवानी की। तत्पश्चात् गुरु भगवंतो का नगर में बैंड-बाजे के साथ भव्य मंगल प्रवेश हुआ। जो चल समारोह के रूप में बस स्टैंड, फव्वारा चौराहा, टाकिज चौराहा, नई सड़क, आजाद चौक तथा कसेरा बाजार होते हुए श्री रत्न – पोरवाल परिसर पहुंचकर सामाजिक धर्मसभा के रूप में परिवर्तित हुआ। यहां जैन समाज के सिद्धि बहू मंडल के सदस्यों एवं महावीर जैन पाठशाला के बच्चों ने मंगलाचरण की प्रस्तुति दी वहीं लोकेंद्र नारेलिया ने स्वागत गीत की प्रस्तुति दी। स्वागत भाषण नवरत्न परिवार के जिलाध्यक्ष मनीष जैन ने दिया। अपने आशीर्वचन स्वरूप जैनाचार्य ने कहा कि समाज को धर्म संस्कारों का सही ज्ञान मिले। इसके लिए प्रवचन और संस्कार शिविर दोनों आवश्यक है। इसी विषय को लेकर दिन में संस्कार शिविर का आयोजन किया गया है वहीं रात्रि में वर्तमान को वर्धमान की बहुत आवश्यकता है विषय पर प्रवचन भी रखे गए। शाजापुर में आयोजित होने वाली महामांगलिक में शहर सहित विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में भक्त शामिल होकर यही धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त करेंगे। संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन अजीत जैन ने किया व अंत में आभार शैलेन्द्र जैन ने माना। इस अवसर पर मुख्य रूप से नगरपालिका अध्यक्ष प्रेम जैन, सभापति सतीश राठौर तथा पार्षद अजय चंदेल बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।

शाजापुर के मस्तक पर मणि है वीरमणि तीर्थ धाम
जैनाचार्य श्री विश्वरत्न सागर सुरीश्वरजी ने आशीर्वचन में कहा कि जैन समाज की दृष्टि से शाजापुर नगर अनमोल विरासतों वाला नगर है। नगर के मध्य स्थापित जिनालय मंदिर में विराजित प्रभु प्रतिमाएं जहां समाज की प्राचीन वैभवता का प्रतीक हैं वहीं नगर के प्रवेश द्वार पर हाईवे किनारे सुरम्य वातावरण के मध्य पूज्य जैनाचार्य श्रीवीररत्न विजयजी की प्रेरणा से नवनिर्मित सर्व सुविधाजनक श्री सिद्धाचल वीरमणि महातीर्थ धाम शाजापुर के मस्तक पर मणि के समान दमक रहा है। एसी अनमोल धरोहरों को देखकर कहा जा सकता है कि शाजापुर का जैन समाज आध्यात्मिक रूप से अत्यंत समृद्ध और वैभवशाली है।

समाज के लिए नई आध्यात्मिक पहचान साबित होगी महामांगलिक
धर्म सभा को नवरत्न परिवार के राष्ट्रीय महासचिव यशवंत सांखला ने संबोधित करते हुए कहा कि गुरू के दर्शन मिलना गुरू की कृपा से संभव होता है लेकिन गुरु का सानिध्य मिलना परमात्मा की कृपा से ही संभव होता है। शाजापुर ही नहीं बल्कि संपूर्ण जिले का अद्भुत सौभाग्य है कि हमें पूज्य आचार्य भगवंत श्रीनवरत्न सागरसुरीश्वरजी के असीम कृपा पात्र शिष्य, युवा पथ प्रदर्शक श्री विश्वरत्नसागरजी के मुखारविंद से समस्त कष्ट निवारक महामंगलकारी महामांगलिक का आशीर्वाद मिलने जा रहा है। निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि 28 मई को सकल जैन समाज के अध्यक्ष सपनजी जैन के नेतृत्व में होने वाला यह विराट धार्मिक आयोजन शाजापुर जैन समाज के लिए नई आध्यात्मिक पहचान साबित होगा।
28 मई को गांधी हाल में होगी महामांगलिक
समाज के मीडिया प्रभारी मंगल नाहर ने बताया कि आगामी दिनांक 28 मई को दोपहर 12:15 बजे नगरपालिका कार्यालय समीपस्थ गांधी हाल में पूज्य जैनाचार्य की महामांगलिक का आयोजन होगा। जिसमें पूज्य साधु-साध्वीगणों के पावन सानिध्य के साथ मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री गौतम टेंटवाल, शाजापुर विधायक अरुण भीमावद, जावद विधायक ओमप्रकाश सकलेचा, उज्जैन विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ.रवि पांडे तथा नगरपालिका अध्यक्ष प्रेम जैन बतौर अतिथि उपस्थित रहेंगे। वहीं संपूर्ण महामांगलिक के लाभार्थी श्रीमती शकुंतला भंसाली, ज्ञानचंद, सपन, सचिन भंसाली परिवार, श्रीमती अर्चना जैन, अंतरीक्ष जैन परिवार है। वहीं महामांगलिक की नवकारसी के लाभार्थी विरेन्द्र कुमार, विनोद कुमार जैन परिवार होंगे।
