आपस में भिड़े गौवंश, चपेट में आकर वाहन हुए क्षतिग्रस्त
अघोषित गौशाला बना ओसवाल सेरी जैन मंदिर मार्ग

नाहर टाइम्स@शाजापुर। आपने एक पुरानी कहावत तो सुनी होगी “पाड़े-पाड़े की लड़ाई में बागड़ का सत्यानाश” लेकिन शाजापुर के गली-मोहल्लों में इन दिनों यह कहावत हकीकत में चरितार्थ होती नजर आ रही है। जहां सड़कों पर घूमते गोवंश आपस में भीड़ कर कहीं वाहनों को निशाना बना रहे हैं तो कहीं आम राहगीरों के लिए मुसीबत का सबब बन रहे हैं।
मवेशियों की बढ़ती संख्या की सनातन समस्या से ग्रसित नगर के मुख्य बाजार, प्रमुख सड़के और कालोनियों सहित अब गली-मोहल्ले भी इनकी गिरफ्त में आ चुके हैं। इसीके चलते बीते शनिवार को भी नगर के बीचों-बीच स्थित कसेरा बाजार वओसवाल सेरी में गोवंश की भिड़ंत ने सड़क किनारे खड़े वाहनों को जमकर क्षतिग्रस्त कर दिया। इतना ही नहीं गोवंश की भिड़ंत की चपेट में आने से राहगीर भी बाल-बाल बचे। सुबह – सवेरे अघोषित गौशाला का रूप धारण करने वाला कसेरा बाजार व ओसवाल सेरी का यह मार्ग जैन मंदिर का मुख्य मार्ग है। जहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में समाजजन व शहरवासी देव-दर्शन के लिए आते हैं। वहीं सुबह सवेरे स्कूली बच्चे भी यहां से गुजरते हैं। इस दौरान उन्हें बीच रास्ते में झुंड बनाकर बैठे गौवंश से रूबरू होना पड़ता है ओर कई बार आपसी भिड़ंत से आक्रोशित गौवंश आमलोगों के लिए भारी आफत का कारण बन जाते हैं। एसा नहीं है कि इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है विगत कई बार मोहल्लेवासियों ने इस समस्या से जिम्मेदारों को अवगत कराया है बावजूद इसके समस्या यथावत बनी हुई है और लोगों को खामियाजा भी भुगतना पड़ रहा है। लंबे समय से गौवंश के झुंड के हमलों से आकंठ त्रस्त हो चुके मोहल्लेवासियों का कहना है कि यदि सीएमओ द्वारा अब भी शीघ्र ही उक्त समस्या का उचित समाधान नहीं किया जाएगा तो वे इस संबंध में उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
– इनका कहना है
“वार्ड के कसेरा बाजार तथा ओसवाल सेरी के क्षैत्रवासी लंबे समय से गौवंश के जमावड़े से परेशान हैं। शनिवार की घटना की जानकारी मिलते ही मेरे द्वारा सीएमओ को सूचना दे दी गई थी। जिस पर गौवंश हटाने की कार्रवाई करने की बात हुई थी। अभी तक क्या हुआ पता करता हूं।”
– चिनेश जैन
पार्षद वार्ड क्रमांक 09