आज 5 नवंबर 2023 को पुष्य नक्षत्र का संयोग है, दिवाली से पहले खरीददारी के लिए ये दिन बहुत शुभ माना जाता है, ऐसे में इस बार रवि पुष्य योग के साथ 400 साल बाद दुर्लभ संयोग का लाभ भी मिलेगा ! जगमग दीपो के त्यौहार दीपावली के पूर्व रविवार 5 नवंबर को पुष्य नक्षत्र का अत्यंत प्रभावी दुर्लभ संयोग बन रहा है. दुर्लभ इसलिए क्योंकि रवि पुष्य के साथ अष्ट महायोग का ऐसा दुर्लभ संयोग पिछले 400 साल में नहीं बना.
दीपावली से पहले शुभ कामों की शुरुआत के लिए ये दिन बेहद शुभ और महत्वपूर्ण रहेंगे. ज्योतिषाचार्य प.बाबूलाल शर्मा ने बताया कि शनिवार को सुबह तकरीबन 8 बजे से पुष्य नक्षत्र शुरू हो चूका हे जो रविवार को सुबह 10 बजे तक रहेगा. इस कारण शनि और रवि पुष्य के दो महामुहूर्त में किए काम लाभदायक, स्थाई और शुभ फलदायी रहेंगे. इन दोनों दिन रियल एस्टेट में निवेश, नए कामों की शुरुआत, वाहन, ज्वेलरी, कपड़े और अन्य चीजों की खरीदारी का अक्षय लाभ मिलेगा. घरेलू और ऑफिस में इस्तेमाल की चीजें खरीदना भी शुभकारी रहेगा.
ज्योतिषाचार्य प.शर्मा ने बताया कि दीपावली की खरीदारी शुभ मुहूर्त से शुरू की जाती है. इसमें भी पुष्य नक्षत्र विशेष माना गया है. 4 नवंबर शनिवार को सुबह 8 बजे से पुष्य नक्षत्र की शुरुआत होगी, जो अगले दिन रविवार को सुबह 10 बजे तक विद्यमान रहेगा. दोनों ही दिन नए कार्य की शुरुआत, भूमि,भवन, वाहन, सोने चांदी के आभूषण, बही खाते आदि की खरीदी के लिए सर्वश्रेष्ठ है.भारतीय ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्र का विशेष महत्व है. 27 नक्षत्र में पुष्य नक्षत्रों का राजा माना जाता है. इस नक्षत्र में की गई खरीदी स्थायी समृद्धि प्रदान करती है. पुष्य नक्षत्र में सोने का खरीदना विशेष शुभ माना जाता है. यह ऐसा नक्षत्र है अगर इसमें भूमि, भवन के रूप में स्थायी संपत्ति खरीदी जाए तो स्थायी सुख का कारक होती है. नया व्यवसाय शुरू करने से उतरोत्तर प्रगति होती है. इस दिन बही खाते, धार्मिक पुस्तकें, सोने,चांदी, तांबे, स्फटिक आदि से निर्मित मूर्तियां, यंत्र, सिक्के आदि खरीदना भी शुभ माना जाता है. ज्योतिषाचार्य प.शर्मा ने बताया कि 15 नवम्बर तक तिथि, वार और नक्षत्रों से मिलकर रवि पुष्य के साथ अष्ट महायोग का ऐसा दुर्लभ संयोग पिछले 400 साल में नहीं बना. इस दिन सर्वार्थसिद्धि, राजयोग, त्रिपुष्कर, अमृतसिद्धि और रवियोग बन रहे हैं. इन शुभ संयोगों से सुख और समृद्धि बढ़ेगी. विशेष योग संयोग में गहने, नई प्रॉपर्टी की खरीद या फ्लैट बुक कराना फायदेमंद रहेगा. साथ ही नए कामों की शुरुआत करना भी सफलतादायक रहेगा. गाड़ी, स्वर्ण, चांदी, वस्त्रत्त्, बर्तन की खरीदारी शुभ रहेगा. वहीं आभूषण, गाड़ी, भूमि, भवन, गृह सामग्री फ्रिज, टीवी आदि खरीदना शुभ साबित होगी. अपने पसंदीदा सामान की इस दौरान खरीदारी कर घरों में खुशियां ला सकते हैं. ज्योतिषाचार्य ने बताया कि रविवार 5 नवंबर को पुष्य नक्षत्र के साथ सर्वार्थसिद्धि, शुभ, श्रीवत्स, अमला, वाशि, सरल और गजकेसरी योग बनेंगे. जिससे निवेश, लेन-देन और नई शुरुआत के लिए ये दिन शुभ रहेगा. उन्होंने बताया कि पुष्य नक्षत्र में खरीदी शुभता और स्थिरता देती है. रवि पुष्यामृत के साथ बनने वाले शुभ योग, शनि और गुरु की स्थिति मंगलकारी योग बना रहे हैं. इन शुभ योग में किए हर तरह के काम स्थिरता देने वाले रहेंगे. भारतीय ज्योतिष शास्त्र में योगों का बड़ा महत्व है यदि कोई पर्व काल या विशेष माह या विशेष त्यौहार के पूर्व नक्षत्र के साथ दिनों का शुभ संयोग बनता है तब विशेष प्रकार का योग निर्मित होता है. रविवार के दिन भी पुष्य नक्षत्र का प्रभाव होने से यह सर्वार्थ सिद्धि योग कहलाएगा. सर्वार्थ सिद्धि योग में सभी कार्य सिद्ध होते हैं. खरीदारी से लेकर पॉलिसी, बैंकिंग आदि के लिए इसको शुभ माना जाता है.